How to Become a Successful Options Trader : A Beginner-Friendly Guide || Successful Options Trader कैसे बनें : आसान उदाहरण के साथ गाइड

आज के समय में भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत लोकप्रिय हो गई है। लोग शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, और ऑप्शन  ट्रेडिंग उन लोगों के लिए एक बड़ा अवसर बन गई है जो शार्ट टर्म लाभ कमाना चाहते हैं। लेकिन ध्यान रहे - ऑप्शन ट्रेडिंग कोई जल्दी अमीर बनने का तरीका नहीं है। इसमें सफलता पाने के लिए आपको सही ज्ञान, योजना और अनुशासन चाहिए।
ट्रेडिंग ka पूरा concept

अगर आप beginners हैं और भारत में एक successful options trader बनना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है – सरल भाषा में, वास्तविक जीवन के उदाहरणों के साथ …..

सबसे पहले समझें ऑप्शन क्या होता है ?

ऑप्शन एक फाइनेंसियल कॉन्ट्रैक्ट होते हैं जो आपको एक एसेट को एक फिक्स्ड प्राइस पर खरीदने या बेचने का अधिकार देते हैं लेकिन आप पर ये ऑब्लिगेशन नहीं होती।

दो तरह के ऑप्शन होते हैं :

कॉल ऑप्शन : जब आपको लगता है की प्राइस ऊपर जायेगा ( खरीदने का राइट )

पुट ऑप्शन : जब आपको लगता है कि प्राइस नीचे जायेगा ( सेल करने का राइट )

📌 Example :

मान लीजिए निफ्टी 22,000 पर है और आपको लगता है कि वो ऊपर जाएगा। आप निफ्टी का 22,100 का कॉल ऑप्शन ₹100 में लेते हैं। अगर एक्सपायरी से पहले निफ्टी 22,300 चल जाता है, तो ये ऑप्शन ₹250 तक पहुंच सकता है। आप इसे बेचकर ₹150 प्रति यूनिट का लाभ कमा सकते हैं।

ज़रूरी टर्म्स को समझें

ऑप्शंस ट्रेडिंग में कुछ जरूरी टर्म्स को समझना बहुत ज़रूरी है:

  • स्ट्राइक प्राइस (Strike Price): जिस प्राइस पे ऑप्शन Buy/Sell होता है
  • प्रीमियम (Premium): ऑप्शन को खरीदने की कॉस्ट
  • एक्सपायरी (Expiry Date): ऑप्शन के खत्म होने की तारीख
  • लॉट साइज (Lot Size): न्यूनतम ट्रेडिंग यूनिट (जैसे Nifty का 1 लॉट = 50 यूनिट)
  • इन-द-मनी (ITM): जब ऑप्शन की अपनी एक्चुअल वैल्यू होती है
  • आउट-ऑफ-द-मनी (OTM): जब ऑप्शन की कोई एक्चुअल वैल्यू नहीं होती


    एक अच्छा Broker चुनें

    Options ट्रेड करने के लिए एक demat/trading account चाहिए होता है।

    भारत के पॉपुलर ब्रोकर :

    • Zerodha
    • Upstox
    • Angel One
    • ICICI Direct

    Paper Trading से प्रैक्टिस करें

    जब तक आप confident नहीं हो , तब तक रियल पैसा मत लगाइये। पहले paper trading कीजिये – अर्थात dummy trades जहां रिस्क नहीं होता।

    📘 Example: आपको लगता है Infosys का प्राइस ऊपर जायेगा , तो एक कॉल ऑप्शन “virtually” buy करो और ट्रैक करो की ट्रेड कैसा परफॉर्म करता है।

    Sensibull (Zerodha के साथ उपलब्ध है ) ya Opstra जैसे प्लेटफार्म पर आप paper trading कर सकते हैं।

    Technical Analysis सीखें

    Successful options traders चार्ट पैटर्न्स और टेक्निकल टूल्स का उपयोग करते हैं :

    • Support aur Resistance
    • Candlestick Patterns
    • Moving Averages
    • Volume Indicators

    ऑप्शन स्ट्रैटेजीज़ का इस्तेमाल करें

    जब आप कॉल और पुट खरीदना सीख जाएं, तब रिस्क कम करने और फायदा बढ़ाने के लिए ऑप्शन स्ट्रैटेजीज़ का उपयोग करें:

    • कवर्ड कॉल (Covered Call): स्टॉक रखते हुए उसके ऊपर कॉल ऑप्शन बेचना
    • प्रोटेक्टिव पुट (Protective Put): स्टॉक को नीचे जाने से बचाने के लिए पुट लेना
    • स्ट्रैडल (Straddle): जब प्राइस बहुत ज्यादा ऊपर या नीचे जा सकता है
    • आयरन कॉन्डोर (Iron Condor): जब मार्केट एक दायरे (range) में रहने वाला हो

    धैर्य और अनुशासन रखें

    हर दिन प्रॉफिट नहीं होगा — लेकिन अगर आपने एक मजबूत सिस्टम बना लिया है, तो लॉन्ग टर्म में फायदा ज़रूर होगा।

    🎯 टिप:
    ट्रेडिंग को एक बिजनेस की तरह देखें। हर ट्रेड जीतना ज़रूरी नहीं, लेकिन लगातार और स्मार्ट तरीके से काम करना ज़रूरी है।

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